Sawan Shivratri 2024,
Sawan Shivratri 2024, सावन, हिंदू समुदाय के लिए विशेष और महत्वपूर्ण महीनों में से एक है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित है। लाखों भक्त सावन के सोमवार का व्रत करते हैं। हिंदू पुजारी के अनुसार, जो लोग इस महीने के दौरान भगवान शिव की पूजा करते हैं, उनकी मनोकामना पूरी होती है। लोग मंदिर में जाकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत करते हैं। सावन के महीने में आने वाले सोमवार बहुत शुभ होते हैं। सावन माह के सभी मंगलवार माता पार्वती को समर्पित हैं, मंगलवार के व्रत को मंगला व्रत भी कहा जाता है।
सावन महीने का पहला सोमवार 22 जुलाई को होगा। 2024 में, सावन 22 जुलाई से शुरू होगा और 20 अगस्त को समाप्त होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, शिवरात्रि श्रावण मास के कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी को मनाई जाती है। इसे सावन शिवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। सावन शिवरात्रि की तारीख 2 अगस्त 2024 को है। इस दिन लाखों भक्त शिवलिंग पर अभिषेक करते हैं और नमः शिवाय का जाप करते हैं।
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शुभ मुहूर्त
Sawan Shivratri 2024, पावन सावन माह में शिवरात्रि 22 जुलाई को होगी। पंचांग के अनुसार, सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 2 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 26 मिनट से शुरू होगी, जो 3 अगस्त दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर समाप्त हो रही है। सावन शिवरात्रि की तारीख 2 अगस्त 2024 को है। कथा के अनुसार यदि कोई लड़का या लड़की सावन के सोमवार का व्रत करता है तो उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस शुभ दिन पर लोग शिवलिंग पर गंगाजल का अभिषेक करते हैं। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सावन साल का 5वां महीना है। हिंदू समुदाय में शिवरात्रि और सावन माह का बहुत महत्व है।
शिवरात्रि का महत्व
Sawan Shivratri 2024, वैसे तो हर महीने शिव जी की पूजा होती है लेकिन सावन महीने में शिव जी की पूजा बहुत खास होती है। यह महीना भक्तों के लिए बहुत ही पावन है। कथा के अनुसार यदि कोई लड़का या लड़की सावन के सोमवार का व्रत करता है तो उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मान्यता ये भी है कि अगर कोई सावन शिवरात्रि का व्रत करता है तो उसके सारे पाप धुल जाते हैं। सावन भगवान शिव की पूजा के लिए सबसे शुभ महीना है। पूरा महीना शिव की भक्ति को समर्पित है। हजारों भक्त सावन शिवरात्रि पर उपवास रखते हैं, केवल फलों का सेवन करते हैं, या यहां तक कि सभी भोजन से परहेज करते हैं।
सावन का महीना भारत में मानसून के मौसम का भी महीना है। भगवान शिव को समर्पित मंदिरों को खूबसूरती से सजाया जाता है, और विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियाँ होती हैं। कावड़ यात्रा सावन माह के दौरान लाखों भक्तों द्वारा की जाने वाली महत्वपूर्ण यात्राओं में से एक है। सावन शिवरात्रि के दिन कांवर भक्त शिवलिंग का गंगाजल अभिषेक करते हैं।
भगवान शिव जी की पूजा कैसे करें
सावन शिवरात्रि पर, भक्त गंगाजल, दूध से शिव लिंग का अभिषेक जैसे अनुष्ठान करते हैं। सावन शिवरात्रि की तारीख 2 अगस्त 2024 को है। कथा के अनुसार यदि कोई लड़का या लड़की सावन के सोमवार का व्रत करता है तो उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस शुभ दिन पर लोग शिवलिंग पर गंगाजल का अभिषेक करते हैं। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सावन साल का 5वां महीना है। हिंदू समुदाय में शिवरात्रि और सावन माह का बहुत महत्व है।
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अपने घर और पूजा स्थल को साफ करें
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पूजा शुरू करने से पहले स्नान करें
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आप शिवरात्रि के दिन फल और दूध का सेवन करके व्रत कर सकते हैं
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व्रत न केवल भगवान शिव को प्रसन्न करता है बल्कि आपके शरीर और आत्मा को शुद्ध करने में भी मदद करता है
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भक्तों को एक एलिमिनियम या चांदी या पीतल के लोटे में पवित्र जल लेना चाहिए और अपनी श्रद्धा के अनुसार दूध, शहद, दही डालना चाहिए।
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भगवान शिव को बिल्व पत्र बहुत प्रिय हैं, अत: शुभ होने के कारण आपको शिवलिंग पर बिल्व पत्र अवश्य चढ़ाने चाहिए
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अवश्य करें, ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करके शिवलिंग का जलाभिषेक करें
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आपको घी या तेल के दीये जलाने चाहिए क्योंकि इससे अंधकार दूर होता है और सकारात्मकता आती है
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आपको शिवलिंग पर रोली या चंदन या हल्दी और चावल का तिलक लगाना चाहिए
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आपको पूजा के दौरान शिव पुराण या चालीसा अवश्य पढ़ना चाहिए क्योंकि इससे आपके मन को सकारात्मकता मिलेगी
- दीयों से शिवलिंग की आरती करें और पूजा के दौरान भगवान शिव का नाम लें
सामग्री
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गंगाजल
- दूध या दही
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शहद
- बिल्व पत्र
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कपूर
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दीपक
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सुपारी
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अगरबत्ती
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फल
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चावल
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मिठाइयाँ
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कुमकुम